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बुधवार, 16 जनवरी 2019

सासू थारा जाया को औजार छ तगड़ो कयां झेलू म्हारी जामण म्हारो छेद छ सकडो- मारवाड़ी पहेली



सासू थारा जाया को औजार छ तगड़ो
कयां झेलू म्हारी जामण म्हारो छेद छ सकडो?



उत्तर: पौराणिक मारवाड़ी कथा के अनुसार यह पहेली रामायण काल के युग से ली गई है जिसके अनुसार रावण हर रोज उसकी पत्नी मंदोदरी के नाक की बाली के छेद से बाण को आर-पार निकालता था, मंदोदरी को इस बात का डर लगता था की अगर किसी दिन रावण का निशाना चूक गया तो क्या होगा। इसलिए डरती हुई वह अपनी सासू से कहती है की "सासू थारा जाया को औजार छ तगड़ो कयां झेलू म्हारी जामण म्हारो छेद छ सकडो।" 

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